सेवा संस्थाओं के संवर्धन में ग्रामायण का साथ रहेगा- उपेंद्र कुलकर्णी
ग्रामायण ने सेवा संस्थाओं के संवर्धन में योगदान देने हेतु अभ्युदय सेवा प्रदर्शनी का आयोजन किया।
प्रदर्शनी में भाग लेने वाली संस्थाओं को मार्गदर्शन, रोजगार अवसर और सामाजिक कार्य में सहयोग प्राप्त हुआ।
नागपुर/ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र सेवा प्रमुख और सेवावर्धिनी के विश्वस्त श्री उपेंद्रजी कुलकर्णी ने अभ्युदय सेवा प्रदर्शनी 2024 के समापन के अवसर परअपने संबोधन में कहा, सेवा संस्थाओं के संवर्धन हेतु उनके साथ मिलकर कार्य करने का संकल्प ग्रामायण प्रतिष्ठान ने लिया है। इसी दिशा में अभ्युदय सेवा प्रदर्शनी एक शुरुआत है। ग्रामायण प्रतिष्ठान के इस प्रयास की उन्होंने सराहना की। उन्होंने उपस्थित लोगों को आश्वासन दिया, सेवा संस्थाओं को काम करते समय अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, उन कठिनाइयों में ग्रामायण प्रतिष्ठान हमेशा सभी के साथ खड़ा रहेगा।
ग्रामायण प्रतिष्ठान द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय अभ्युदय सेवा कार्य प्रदर्शनी का 10 नवंबर को समापन हुआ। "अच्छे कामों को समाज का साथ" इस उद्देश्य को लेकर यह आयोजन 9 और 10 नवंबर को तात्या टोपे हॉल, तात्या टोपे नगर में बड़े उत्साह के साथ संपन्न हुआ। इस सेवा प्रदर्शनी में पूरे महाराष्ट्र से कई संस्थाओं ने भाग लिया। उन्होंने अपने काम का प्रदर्शन अपने स्टॉल्स में बड़े उत्साह से प्रस्तुत किया। विविध क्षेत्रों में कार्यरत इन संस्थाओं को एक ही मंच पर लाने का कार्य ग्रामायण प्रतिष्ठान ने किया। समाज के हितैषी, दानदाता इन दो दिनों में इन संस्थाओं से मिल सके। समाजकार्य महाविद्यालय के छात्रों के लिए रोजगार के अवसर भी यहां उपलब्ध कराए गए, साथ ही उन्हें विभिन्न संस्थाओं से संपर्क करने का मौका भी मिला। विविध विशेषज्ञों का मार्गदर्शन भी संस्थाओं के कार्यकर्ताओं को ग्रामायण प्रतिष्ठान द्वारा उपलब्ध कराया गया। कार्यक्रम में महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात क्षेत्र के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र सेवा प्रमुख श्री उपेंद्रजी कुलकर्णी, दीनदयाल उपाध्याय बहुउद्देश्यीय संस्था, यवतमाल के सचिव श्री विजयराव कद्रे, सेवानिवृत्त प्रादेशिक उप आयुक्त - समाज कल्याण नागपुर के श्री माधवराव झोड, सेवा संस्थाओं की सभी समस्याओं को समझने वाले और उनके समाधान के लिए हमेशा तत्पर श्री अनिरुद्धजी केलकर ने मार्गदर्शन किया।
ग्रामायण प्रतिष्ठान द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय अभ्युदय सेवा कार्य प्रदर्शनी 10 नवंबर को समापन हुआ। "अच्छे कामों को समाज का साथ" यह उद्देश्य लेकर यह आयोजन 9 और 10 नवंबर को तात्या टोपे हॉल, तात्या टोपे नगर में बड़े उत्साह के साथ संपन्न हुआ। इस सेवा प्रदर्शनी में पूरे महाराष्ट्र से कई संस्थाओं ने भाग लिया। उन्होंने अपने काम का प्रदर्शन अपने स्टॉल्स में बड़े उत्साह से प्रस्तुत किया। विविध क्षेत्रों में कार्यरत इन संस्थाओं को एक ही मंच पर लाने का कार्य ग्रामायण प्रतिष्ठान ने किया। समाज के हितैषी, दानदाता इन दो दिनों में इन संस्थाओं से मिल सके। समाजकार्य महाविद्यालय के छात्रों के लिए रोजगार के अवसर भी यहां उपलब्ध कराए गए, साथ ही उन्हें विभिन्न संस्थाओं से संपर्क करने का मौका भी मिला। विविध विशेषज्ञों का मार्गदर्शन भी संस्थाओं के कार्यकर्ताओं को ग्रामायण प्रतिष्ठान द्वारा उपलब्ध कराया गया। ग्रामायण प्रतिष्ठान के अध्यक्ष श्री अनिलजी सांबरे, सचिव श्री संजयजी सराफ, उपाध्यक्ष डॉ. चंद्रकांत रागीट भी मंच पर उपस्थित थे। भारत माता की प्रतिमा के साथ ही भारतरत्न नानाजी देशमुख, जो ग्रामविकास के मानदंड हैं, और समाजसेवा की परंपरा को उज्ज्वल करने वाले उद्यमी रतन टाटा की प्रतिमाओं पर भी पुष्पांजलि अर्पित की गई। कुछ चुनिंदा संस्थाओं ने ग्रामायण के इस उपक्रम के प्रति अपने विचार व्यक्त किए। विदर्भ का यह पहला आयोजन था जो सभी संस्थाओं को राहत देने वाला साबित हुआ।
कार्यक्रम में महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात क्षेत्र के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र सेवा प्रमुख श्री उपेंद्रजी कुलकर्णी, दीनदयाल उपाध्याय बहुउद्देश्यीय संस्था, यवतमाल के सचिव श्री विजयराव कद्रे, सेवानिवृत्त प्रादेशिक उप आयुक्त - समाज कल्याण नागपुर के श्री माधवराव झोड, सेवा संस्थाओं की सभी समस्याओं को समझने वाले और उनके समाधान के लिए हमेशा तत्पर श्री अनिरुद्ध जी केलकर ने मार्गदर्शन किया। ग्रामायण प्रतिष्ठान के अध्यक्ष श्री अनिलजी सांबरे, सचिव श्री संजयजी सराफ, उपाध्यक्ष डॉ. चंद्रकांत रागीट भी मंच पर उपस्थित थे। भारत माता की प्रतिमा के साथ ही भारतरत्न नानाजी देशमुख, जो ग्रामविकास के मानदंड हैं, और समाजसेवा की परंपरा को उज्ज्वल करने वाले उद्यमी रतन टाटा की प्रतिमाओं पर भी पुष्पांजलि अर्पित की गई। कुछ चुनिंदा संस्थाओं ने ग्रामायण के इस उपक्रम के प्रति अपने विचार व्यक्त किए। विदर्भ का यह पहला आयोजन था जो सभी संस्थाओं को राहत देने वाला साबित हुआ।
आमंत्रित संस्थाओं में से दो प्रतिनिधि संस्थाओं का सम्मान भी किया गया। विदर्भ के कुछ सेवाव्रतियों की जानकारी की एक छोटी प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। इस प्रदर्शनी को मूर्त रूप देने वाले श्री प्रसाद बर्वे का भी सम्मान किया गया। आदरणीय अतिथि श्री माधवराव झोड और श्री विजयराव कद्रे ने भी उपस्थित लोगों को मार्गदर्शन दिया। कार्यक्रम का संचालन एवं प्रास्ताविक मंजुषा चंद्रकांत रागीट ने किया, और आभार प्रदर्शन एड. जयश्री अलकरी ने किया। आमंत्रित संस्थाओं में से दो प्रतिनिधि संस्थाओं का सम्मान भी किया गया। विदर्भ के कुछ सेवाव्रतियों की जानकारी की एक छोटी प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। इस प्रदर्शनी को मूर्त रूप देने वाले श्री प्रसाद बर्वे का भी सम्मान किया गया। आदरणीय अतिथि श्री माधवराव झोड और श्री विजयराव कद्रे ने भी उपस्थित लोगों को मार्गदर्शन दिया। कार्यक्रम का संचालन एवं प्रास्ताविक मंजुषा चंद्रकांत रागीट ने किया, और आभार प्रदर्शन एड. जयश्री अलकरी ने किया।